जो फेल हुए फेल ही रहेंगे, हमारा परिणाम सही है : परीक्षा नियंत्रक

नागपुर विश्वविद्यालय का दो टूक जवाब, नई अधिसूचना को नहीं मिली थी मंजूरी

नागपुर विश्वविद्यालय का दो टूक जवाब, नई अधिसूचना को नहीं मिली थी मंजूरी

नागपुर : एलएलबी प्रथम सेमेस्टर मंे अधिकांश विद्यार्थियों के फेल हो जाने के बाद मामला काफी गर्मा गया था। अब इस मामले में नागपुर विश्वविद्यालय ने यूटर्न लिया है। विश्वविद्यालय के अधिकारी कह रहे हैं कि सोमवार को विश्वविद्यालय (विवि) ने पुराने पैटर्न के आधार पर जो परिणाम जारी किए थे, वह सही हैं। वही परिणाम फाइनल माना जाएगा। गुरुवार को परीक्षा नियंत्रक डॉ. नीरज खटी ने बताया कि परिणाम में कोई गड़बड़ी नहीं है। नए पैटर्न की अधिसूचना को मंजूरी ही नहीं मिली, ऐसे में परीक्षा विभाग ने पुराने पैटर्न पर परिणाम जारी किए हैं। दरअसल नागपुर विश्वविद्यालय ने 30 जनवरी को एलएलबी प्रथम सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम वेबसाइट पर जारी किए थे । विद्यार्थियों के अनुसार विश्वविद्यालय ने बीते दिसंबर मूल्यांकन का नया पैटर्न लागू किया था। मगर एलएलबी के परिणाम सोमवार को पुराने पैटर्न के आधार पर ही जारी कर दिए गए। नतीजा हुआ कि अधिकांश विद्यार्थी परीक्षा मंे पर्याप्त अंक होने के बावजूद फेल हो गए। विवि की विधि शाखा ने दिसंबर में परीक्षा संबंधी नए नियम तैयार तो किए थे, लेकिन नई नियमावली को विवि के प्राधिकरणों में स्वीकृति नहीं मिली थी। प्र-कुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले के अनुसार नया पैटर्न नए सत्र से लागू होगा, उसे बीच सत्र से लागू नहीं किया जा सकता।

तो प्रॉस्पेक्टस में गलत जानकारी? : विद्यार्थियों ने बताया कि प्रवेश लेते समय जो प्रॉसपेक्टस उन्होंने लिया था उसके उलट नतीजे लगे हैं। प्रॉसपेक्टस में परीक्षा में पास होने के लिए थ्योरी और प्रैक्टिकल मिला कर कुल 40 अंक जरूरी बताए गए थे। पुराने पैटर्न में थ्योरी मंे 36 और प्रैक्टिकल मंे 9 अंक प्राप्त करना अनिवार्य था। विद्यार्थियों की शिकायत है कि विवि ने पुराने पैटर्न पर नतीजे जारी किए, इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है।

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