लखनऊ : आज अखिलेश यादव का गुस्सा कुछ अख़बार वालो पर जम कर फूटा उन्होंने न अपने फेसबुक पेज पर एक अख़बार के कुछ भाग को साझा किया जिसमे लिखा था ” ज्यादा शराब पिते यादव व राजपूत , राजभर बदनाम ” |
अखिलेश यादव शराब पिने में भी जातिवादी विश्लेषण से परेशान होकर फेसबुक पेज पर साझा किया ” केवल शराब ही क्यों गांजा-चिलम, ताड़ी, तम्बाकू, चरस, अफ़ीम की पुड़िया और अहंकार के ख़िलाफ़ भी आंदोलन होने चाहिए… ये नशे भी तो आजकल ख़ूब चल रहे हैं. नशा लोग करते हैं, कोई जाति नहीं. ”
अखिलेश यादव ने तो अपनी बात रख दी | अब मीडिया घरानों को देखना होगा की वो अपनी पत्रकारिता किस निचली स्तर पर ले के जा सकते है |