कोलकाता : हाई कोर्ट के लाख सख्ती बर्ते जाने के निर्देश के बावाज्ाूद नामांकन के दौरान राज्य के तमाम जिलों में हिंसात्मक घटनाएं सामने आई। वहीं अलीपुर थाना अंतर्गत पड़ने वाले डीएम दफ्तर के समीप एक टीवी पत्रकार पर उपद्रवियों द्वारा हमला किया गया जिसमें पत्रकार को चोटे आईं हैं। टीवी पत्रकार प्रज्ञा शाह ने बताया कि वह मौके पर खबर संग्रह करने गयी थी इसी दौरान अचानक उनपर हमला कर दिया गया और यह आरोप लगाया गया कि वे वर्जित क्षेत्र में तस्वीरें ले रही थी। हालांकि उन्होंने ने इस आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि जानब्ाूझ कर पत्रकारों पर हमले किये गये। उन्होंने बताया कि सोमवार की सुबह लगभग 11 बजे वे उक्त स्थान पर नामंकन की प्रक्रिया देखने गयी थी। इस दौरान अधिकांश महिलाएं व पुरुषों ने उन्हें घेर लिया और उनका मोबाइल छीन लिया। इसके बाद उन्हें एक कमरे ले जाकर बैठा दिया गया जहां कुछ महिलाओं ने उनसे मारपीट व गालीगलौज भी की। इस दौरान प्रज्ञा बार-बार उनलोगों को यह कहती रही कि वह एक पत्रकार है और वहां सिर्फ खबर संग्रह करने के लिए गयी थी, मगर उनलोगों ने पत्रकार की एक न सुनी। लगभग 4 घंटे बाद उन्हें अलीपुर जेल के पास स्थित एक गली में लाकर पुलिस वैन में बैठाया गया। इस दौरान जब उन्हें उनका फोन वापस किया गया तो उन्हें ज्ञात हुआ कि मोबाइल को पूरी तरह से फॉर्मेट किया गया है। यहां से पत्रकार को भवानीपुर थाना लाया गया जहां उन्होंने शिकायत दर्ज करने पर मना कर दिया। वहीं उन्होंने बताया कि उन्हें बंदी बना कर रखने के दौरान कोई पुलिस कर्मी उन्हें बचाने नहीं आया। दूसरी ओर एक दैनिक के पत्रकार आर्यभट्ट खान के साथ भी कुछ ऐसी ही घटना को अंजाम दिया गया। पत्रकार ने बताया कि जैसे ही उन्होंने डीएम दफ्तर परिसर में प्रवेश किया कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और उनका मोबाइल व घड़ी छीन ली। उनके साथ भी मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया। कुछ समय बाद उन्हें भी अलीपुर जेल के पास एक गली में ले जाकर कहा गया कि कुछ समय बाद उनका मोबाइल लौटाया जाएगा। इस दौरान कुछ पत्रकार वहां पहुंचे और उनका उद्धार किया
महानगर में एक बार फिर पत्रकारों पर हमला
