कोलकाता : एनसीबी जोनल यूनिट ने महानगर में ड्रग्स तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों में 2 युवतियां भी शामिल हैं। चारों के नाम आफरीन अली (19), जिवाना फिलिप्स (19), प्रशांत बसनेत (22) व दिव्येन्दु राय (32) हैं। आफरीन बेलगछिया, जिवाना गोविंद खटिक रोड, प्रशांत पिकनिक गार्डन व दिव्येन्दु दमदम पार्क का रने वाला है। दोनों युवतियां व युवक ओपेन स्कूलिंग से कक्षा 10 की परीक्षा देंगे, वहीं दिव्येन्दु बेंगलुरु स्थित कॉलेज में इंफोरमेशन टेक्नोलॉजी (पीजी डिपलोमा) का छात्र था। एनसीबी जोनल हेड दिलिप श्रीवास्तव ने बताया कि चारों के पास से एनसीबी ने कुल 56 एलएसडी ब्लॉट जब्त किये हैं जिसका वजन 0.57 ग्राम है। इसके अलावा अभियुक्तों के पास से 2.8 किलो गांजा भी जब्त किया गया है। इन ड्रग्स की कीमत बाजार में लगभग 4 लाख रुपये है। बताया जा रहा है कि दिव्येन्दु ड्रग्स का मुख्य सप्लायर है और उसके पास एलएसडी बेंगलुरु से उसका दोस्त भेजता है। दिव्येन्दु प्राय: बेंगलुरु से एलएसडी मंगवाता था और महानगर के विभिन्न क्लब, पब व स्कूल और कॉलेजों के विद्यार्थियों को सप्लाई करता था। वहीं इन ड्रग्स की सप्लाई के लिए वह युवकों को अपना शिकार बनाता था क्योंकि उन्हें रुपये की जरूरत होती थी और ड्रग्स डीलिंग के लिए वह मोटी रकम देता था।
कड़ी से कड़ी जोड़ कर पकड़ाए अभियुक्त
एनसीबी जोनल यूनिट की टीम ने कड़ी से कड़ी जोड़ कर चारों अभियुक्तों को अपनी गिरफ्त में लिया। ग्ाुप्त सूचना के आधार पर छापामारी कर सबसे पहले आफरीन को गिरफ्तार किया गया। इस गिरफ्तारी में एनसीबी को अभियुक्त युवती के पास से 2.8 किलो गांजा व 19 एलएसडी ब्लॉट मिले जिसका वजन 0.20 ग्राम है। पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसकी बचपन की दोस्त जिवाना ने उसे उक्त एलएसडी दिया था। वहीं गरफा के रहने वाले दिपांकर दा से उसने उक्त गांजा लिया था। दूसरी कड़ी जोड़ते हुए जोनल यूनिट की टीम ने जिवाना को गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ की। इस दौरान जिवाना ने प्रशांत का नाम लिया और उसकी निशानदेही पर उसे भी धर दबोचा गया। प्रशांत ने आखिरी कड़ी को जोड़ते हुए दिव्येन्दु के बारे में एनसीबी को जानकारी दी। मास्टरमाइंड दिव्येन्दु की गिरफ्तारी से एनसीबी को सफलता मिली। यहां उसके पास से अधिकारियों को 37 एलएसडी ब्लॉट मिले जिनका वजन 0.37 ग्राम है। उसने पूछताछ में इस बात का ख्ाुलासा किया कि वह अपने दोस्त के जरिए प्राय: बैंगलुरु से एलएसडी मंगवाता है और उसकी सप्लाई महानगर में करता है।
ड्रग ट्रैफिकिंग में पहले भी पकड़ा च्ाुका है दिव्येन्दु
एनसीबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूछताछ के दौरान पता चला कि मुख्य अभियुक्त दिव्येंन्दु पहले भी ड्रग्स तस्करी के मामले में गिरफ्तार हो च्ाुका है। वर्ष 2015 में बेंगलुरु पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच द्वारा उसे अन्य 2 लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था जिनके नाम जग साईं प्रवेश व मणिकांतन हैं। तीनों को ड्रग्स की तस्करी के आरोप में पकड़ा गया था और बताया जा रहा था कि तीनों मिल कर बेंगलुरु में ड्रग्स तस्करी गिरोह चलाते हैं। इस गिरोह का मास्टरमाइंड मणिकांतन था।