भोपाल: बिहार के बाद अब मध्य प्रदेश में भी शराबबंदी हो सकती है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके संकेत दे दिए हैं. उन्होंने नर्मदा यात्रा के दौरान कहा है कि राज्य में सिलसिलेवार तरीके से शराब की दुकानें बंद की जाएंगी. इसकी शुरुआत नर्मदा नदी के किनारे 58 दुकानें बंद करने से हो गई है. नर्मदा नदी के किनारे 5 किलोमीटर तक सभी शराब की दुकानें बंद कराने के बाद अगले चरण में रिहाइशी इलाकों में दुकानें बंद कराई जाएंगी, ख़ासकर उन इलाकों में जहां स्कूल-कॉलेज और धार्मिक स्थान हैं.
शिवराज ने नर्मदा सेवा यात्रा के 113वें दिन नरसिंहपुर जिले के ग्राम नीमखेड़ा में जनसंवाद कार्यक्रम में कहा कि प्रदेश में चरणबद्घ तरीके से शराब की सभी दुकानें बंद कर शराबबंदी लागू की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में नर्मदा नदी के दोनों तटों पर पांच-पांच किलोमीटर तक शराब की दुकानें एक अप्रैल से बंद कर दी गई हैं. अगले चरण में अब रिहायशी इलाकों, शिक्षण संस्थाओं और धार्मिक स्थलों के पास शराब की दुकानें नहीं खुलेंगी.’
चौहान ने जोर देकर कहा कि मध्य प्रदेश में नशामुक्ति का आंदोलन चलेगा. गौरतलब है कि पिछले एक माह में प्रदेश के विभिन्न इलाकों में शराब की दुकानों के विरोध में लोगों द्वारा प्रदर्शन किए गए हैं. रायसेन जिले के बरेली कस्बे में 5 अप्रैल को प्रदर्शनकारियों ने रिहायशी इलाके में शराब की दुकान खोलने का विरोध करते हुए आबकारी विभाग और शराब ठेकेदार के दल के दो वाहनों में आग लगा दी थी और चार वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था. इसके अलावा पिछले एक माह में प्रदेश के इंदौर, सागर, बुरहानुपर, छतरपुर, विदिशा, नरसिंहपुर, सतना, मुरैना, देवास और कुछ अन्य स्थानों पर भी लोगों द्वारा शराब की दुकानों के विरोध में प्रदर्शन करने की खबरें आती रही हैं.