कोलकाता : महानगर के दमदम मेट्रो स्टेशन पर कुछ बुजुर्गों द्वारा एक प्रेमी जोड़े की पिटाई के बाद पूरे महानगर में प्रतिवाद की लहर दौड़ पड़ी है। जहाँ एक ओर लोग इस घटना की निंदा कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर शहर के युवा बेहद आक्रोश में हैं। न केवल सोशल मीडिया बल्कि युवा इस घटना के प्रतिवाद में सड़कों पर भी उतर आए हैं। घटना के प्रकाश में आने के बाद फेसबुक पर लोग इसी विषय पर चर्चा करते नज़र आ रहे हैं। वहीं मुख्य 2 बुजुर्गो की तस्वीरें वायरल हो गयी हैं और उन्हें ढूंढ निकलने की बात कही जा रही है। वहीं एक ओर देखा गया कि कुछ बुजुर्ग फेसबुक पर इस घटना का समर्थन कर रहे है। उनका कहना है कि मेट्रो ट्रेन में सरेआम इस तरह की हरकत हमारे संस्कृति के खिलाफ है। वहीं उत्तेजित युवक फेसबुक पर अभियुक्त 2 बुजुर्गों के खिलाफ अपशब्द का प्रयोग करते हुए भी देखे गए। वहीं दूसरी ओर इस घटने के प्रतिवाद में कुछ युवक व युवतियां एक दूसरे को गले लगा कर टॉलीगंज मेट्रो से दमदम जाकर वापस टॉलीगंज पहूंचे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोलकाता मेट्रो के नाम पर एक फेक पोस्ट में इस बात का जिक्र किया गया है कि कोलकता के रहने वाले लोग कई वर्षों से मेट्रो ट्रेनों में प्रेमी जोड़ों द्वारा हो रही अश्लील हरकतओं को देखते आये हैं। दमदम मेट्रो स्टेशन पर हुई घटना इस बात का प्रमाण है कि कई वर्षों से चल रहे इस अश्लीलता के खिलाफ लोगों का गुब्बार फूट पड़ा है।
इसपर सफाई देते हुए कोलकाता मेट्रो ने फेसबुक पर एक बयान जारी कर लिखा है कि मेट्रो रेलवे कोलकाता के नाम पर अफवाह फैलाई जा रही है| मेट्रो रेलवे कोलकाता ने अपने ऑफिसियल फेसबुक पर इन अफवाहों का खंडन करते हुए लिखा “प्रिय यात्रियों, सोशल मीडिया में फैली एक नकली पोस्ट का दावा है कि मेट्रो रेलवे उन यात्रियों का समर्थन करता है जिन्होंने कथित रूप से जोड़े को मारा था। तथ्य यह है कि कोलकाता मेट्रो रेलवे दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निंदा करता है और मोरल पोलिसिंग के खिलाफ है।”