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पति पर संकट आने का झांसा देकर आरोपी महिला ने िकया सम्मोहित
नागपुर : अजनी थानांतर्गत रेलवे अधिकारी की पत्नी को एक अज्ञात महिला ने पति पर संकट आने का झांसा देकर उसे सम्मोहित िकया। उसके बाद अधिकारी दीपक कुमार सरवैया की पत्नी शारदा सरवैया से 8 तोला सोना व नकदी 50 हजार रुपए सहित करीब 2 लाख रुपए का माल लेकर चंपत हो गई। अज्ञात आरोपी महिला को शारदा ने एक दिन पहले भी बस्ती में घूमते हुए देखा था। उस दिन वह शारदा के घर में नहीं गई थी, क्योंकि उस दिन शारदा के घर में उनके पति, बेटा और बेटी मौजूद थे।
घर में अकेली थीं
पुलिस सूत्रों के अनुसार वंजारी नगर रोड निवासी दीपक कुमार सरवैया (41) परिवार के साथ एसईसीआर अजनी रेलवे क्वार्टर में रहते हैं। 18 जनवरी को वे ड्यूटी पर चले गए। उनकी बेटी कॉलेज और बेटा स्कूल चला गया। पत्नी शारदा सरवैया घर में अकेली थीं। इस दौरान एक 55 वर्षीय महिला उनके घर के सामने आई। वह भिक्षा मांगते हुए आवाज लगाई। शारदा घर के बाहर निकलीं, तभी उस अपरिचित महिला ने शारदा से कहा िक तेरे पति पर संकट आने वाला है। वे उसके झांसे में आकर उसे घर के अंदर कमरे में ले गईं। उस महिला ने उन्हें सम्मोहित कर लिया। उसके बाद उन्होंने उसे सारे गहने और घर में रखे नकदी 50 हजार रुपए निकाल कर दे दिया। पैसे और गहने िमलते ही वह महिला उनके घर से गायब हो गई।
कुछ याद नहीं आया
महिला के जाने के कुछ देर बाद शारदा के मोबाइल पर फोन आया। उसके बाद भी उन्हें घर में क्या हुआ था। कुछ याद नहीं आ रहा था। जब उन्होंने गले में मंगलसूत्र नहीं देखा, तब घर में ढूंढ़ने लगीं। इस दौरान उन्हें पता चला िक घर में रखे बाकी गहने भी दिखाई नहीं दे रहे हैं। तब उन्होंने यह बात पड़ोसी महिला को बुलाकर बताई। उसके बाद परिजनों को भी बताई। परिजनों ने उस महिला की आस-पास तलाश की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। अंत में शारदा सरवैया ने अजनी थाने में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात आरोपी महिला के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज कर लिया है।
पहले दिन की रेकी
प्रकरण को दर्ज करने वाले अजनी थाने के उपनिरीक्षक आर. एल. घुगे ने बताया िक आरोपी महिला भिखारी बनकर आई थी, जिससे उस पर िकसी को शक न हो। बताया जा रहा है िक उस अज्ञात महिला ने पहले दिन अजनी रेलवे परिसर में रेकी िकया। वह यह जानने की कोशिश की, िक कौन से क्वार्टर की महिला अकेली रहती है। शारदा के घर में खाने के लिए भिक्षा मांगने पहले दिन बुधवार को भी वह आई थी। घर में सभी लोग मौजूद थे, इसलिए उस दिन वह वापस चली गई थी। गुरुवार को उसने शारदा को सम्मोहित कर सारा माल लेकर चली गई।