इंसानियत की मिसाल : कोरोना से मृत सभी समाज के शवों का अंतिम संस्कार करने का उठाया है बीड़ा
इंसानियत की मिसाल : कोरोना से मृत सभी समाज के शवों का अंतिम संस्कार करने का उठाया है बीड़ा
नागपुर में जमाते उलमा की सराहनीय पहल, मुस्लिम के 118, हिंदू के 8 और क्रिश्चियन समाज के 2 शवों का किया अंतिम संस्कार
नागपुर। कोरोना संक्रमण से पूरी दुनिया में खौफ है। संक्रमित की मृत्यु होने पर शव का धार्मिक विधि-विधान के साथ अंतिम संस्कार कराने का बीड़ा जमाते उलमा की टीम ने उठाया है। यह संगठन अकेले मुस्लिम धर्म के अंतिम संस्कार नहीं करता, बल्कि सभी धर्म के शवों को अपने कंधों पर उठाकर अंतिम संस्कार कर इंसानियत की मिसाल पेश कर रहा है। आंकड़ा सवा सौ के पार :अमाते उलमा के नागपुर जिलाध्यक्ष हाफीज मसूद बताते हैं कि 4 जून को उनकी टीम ने पहला अंतिम संस्कार किया। इसके बाद हर रोज कोरोना से मरनेवालों के अंतिम संस्कार करने का सिलसिला जारी है। मुस्लिम समाज के 118, हिंदू समाज के 8 और क्रिश्चियन समाज के 2 शवों का अंतिम संस्कार किया गया है। सरकार की गाइड लाइन का पूरा पालन किया जाता है। अंतिम संस्कार के लिए 3 टीमें बनाई गई हैं। एक टीम में 9-10 सदस्य रहते हैं। जमाते उलमा की 2 टीम और दावत-ए-इस्लामी की एक टीम सेवा दे रही है। टीम के सभी सदस्य कोरोबारी हैं, इसलिए एक टीम सप्ताह में दो दिन सेवा देती है। अन्य दिनों में सदस्य अपने कारोबार संभालते हैं। सुरक्षा सामग्री के लिए दानदाताओं का सहयोग : सरकारी गाइड लाइन के अनुसार पीपीई कीट, फेस गार्ड, ग्लब्ज पहनकर ही शव के पास जाने की अनुमति दी जाती है। मनपा से उपलब्ध कराई जा रही सुरक्षा सामग्री कम पड़ती है। जमाते उलमा पदाधिकारी मोहम्मद जैद ने बताया कि समाज में कई दानदाता हैं, जो इस काम में आर्थिक सहयोग कर रहे हैं। जाफर नगर निवासी असिम नवैद पीपीई कीट उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। अन्य दानदाताओं का सहयोग प्राप्त है। इसलिए की गई पहल : जमाते उलमा के सचिव अतिक कुरैशी कहते हैं कि कोरोना से मृत व्यक्ति का शव परिजनों को नहीं सौंपा जाता। सरकारी गाइड लाइन के अनुसार प्रशासन अंतिम संस्कार करता है, लेकिन इसमें धार्मिक विधि-विधान नहीं किए जाते। धार्मिक विधि-विधान के साथ अंतिम संस्कार हो सके, इसलिए जमाते उलमा ने पहल की। मनपा प्रशासन से अंतिम संस्कार करने की अनुमति मांगी गई। प्रशासन भी राजी हो गया। प्रशासन की अनुमति से सरकारी गाइड लाइन के अनुसार अंतिम संस्कार किया जा रहा है।