मुर्दाघर में मोल भाव

murdaghar.jpg

शर्मा जी का देहांत २ महीने की बीमारी के बाद आज  अस्पताल मे हो गया था | बड़े लम्बे समय तक हम पड़ोसी रह चुके थे दोनों परिवारों मे अच्छे संबंध थे | पिछले २ महीने से सबने कड़ी मेहनत की मगर कुछ बीमारी कहा जान छोड़ती है | शर्मा जी के पत्नी से मेरी बात हुई उन्होंने ने कहा कुछ रिश्तेदार आने वाला है २४ घंटे के लिए बॉडी को ठन्डे घर मे रखने का इन्तेजाम करा दीजिये | मैंने अपने और शर्मा जी के  घर वालों को आराम करने के लिए कह उन्हें घर को रवाना कर दिया |

अब मुझे ठन्डे घर मे शर्मा जी की बॉडी को रखने का  इंतेज़ाम करना था | पूछताछ की दफ्तर मे जाके मैंने इस बार मे पूछा उन्होंने कहा राजू से पूछिए जाके | राजू साहब मुझे चाय दुकान पर मिले ,मैंने अपनी सारी समस्या उन्हें बतायी | कुछ गहन सोच विचार के बाद उन्होंने कहा कि 2000 रुपये लगेंगे मैंने कहा कुछ कम कर दो , राजू साहब ने कहा आप अपने आदमी हो इसलिए 2000  मांग रहा हु वरना 3 हजार से एक रुपये कम नहीं लगते | मन थोड़ा दुखी था फिर भी क्रोधी स्वभाव का मै अपना क्रोध नहीं रोक पाया … कैसे तुम्हारा अपना आदमी हो गया रोज किसी का लाश रखवाने मे नहीं आता यहा .. तू 3 हजार ही ले ले |मेरी तू तडाक की भाषा राजू साहब को अच्छी न लगी उन्होंने कहा अब तुम दुसरे अस्पताल मे जाके मुर्दाघर ढूढ लो …. यहा  अब तुम्हारा कुछ नहीं हो सकता |मुझे अपनी गलती का भान हुआ मै  सोचा अब इस थके शरीर के साथ कहा-कहा घुमुंगा | मै गिरगिराया थोड़ा दुखी हूँ न इसलिए ऐसी भाषा निकल गयी …. मेरी बात को नज़रअंदाज कर राजू साहब  मुर्दाघर की तरफ बढ़ गये .. मै राजू साहब के पीछे विनती करते करते वहा पहुच गया | राजू साहब ने बड़े ही क्रोधी अंदाज मे  मुझे  वहा से जाने के लिए कहा .. मै इन सब बातों को नज़रअंदाज कर वही टिका रहा | राजू साहब ने थोड़े देर बाद कहा बड़े जिद्दी आदमी हो चलो १८०० रुपये दे देना सबसे ठन्डे वाली जगह  मे तुम्हारी  बॉडी रखवा दूंगा | गुस्सा तो मुझे फिर आया बॉडी शर्मा जी की है मेरी नहीं पर मै चुप रहा … मुर्दाघर मे मोल भाव  अब हो  चूका था मैंने पैसे राजू साहब को दे दिए उन्होंने कहा जो लड़के बॉडी लाने जायेंगे चाय पानी के लिए उन्हें 50-100 कुछ दे देना मैंने सकरात्मक तरीके से अपना सर हिला दिया |  मन ही मन मे सोच रहा था मेरी बारात है न कि 50-100 तुम्हे दे दू … कमसे कम मुर्दों को तो बक्श दो | शर्मा जी जो सारा  जीवन घर मे एयर  कंडीशन लगाने का ख्वाब लिए चले गये पर आज  राजू साहब की मेहरबानी से  मरने के बाद सबसे ठन्डे वाली जगह पर रहेंगे |

Share this post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

scroll to top