हर अच्छी तस्वीर के पीछे कोई कहानी होती है,या यूं कह लीजिए कि चित्रकार अपनी तस्वीर के जरिये पूरी कहानी कह देता है तो मेरी समझ से इस तस्वीर के पीछे की कहानी-
उम्र के बढ़ने से कोई बड़ा नहीं होता,समय से पहले मिला जिम्मेदारी का अहसास भी मासूम बचपन को बड़ा और समझदार बना देता है।
ये तस्वीर सुंदर तो है लेकिन इसमें मासूम बचपन के भोले चेहरे पर जिम्मेदारी की थकान साफ नजर आ रही है,और शायद वो बच्चा आराम करते यही ख्वाब देख रहा है कि जिंदगी का अगला पड़ाव क्या होगा कैसे गुजर होगी,वक्त किस मोड़ पर ले जाएगा,खव्हिशों को पूरा कर पाऊंगा भी या नही।
नन्ही हसरतें- मासूम सा ख्वाब
