पश्चिम बंगाल मे पंचायत चुनाव के दिन काकद्वीप मे सीपीआईएम समर्थक देबू दास को पत्नी समेत जिंदा जला दिया गया | स्थानीय विधायक मे किसी वैज्ञानिक की आत्मा आ गयी और उन्होंने मृत्यु का कारण शार्ट-सर्किट बता दी | विधायक महोदय शायद यह भुल गये थे की काफी समय से वहा बिजली नहीं थी | फॉरेंसिक विभाग ने प्राथमिक जांच के बाद शार्ट-सर्किट को कारण मानने से इंकार कर दिया | स्थानीय प्रशासन के दबाव के बावजूद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया वरना इस हत्याकांड को दुर्घटना बता कर फाइल बंद करने की पूरी तैयारी थी |सीपीआईएम की स्टेट यूनिट ने मंतुरम पाखिरा, पार्थ चटर्जी और डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस सुरजीत कर पुरकायस्थ के विरुद्ध मे कोर्ट मे अपील करने का फैसला किया |
वही कुछ दिनों बाद सीताराम येचुरी कर्नाटका मे मुख्यमंत्री शपथ समारोह के मंच पर तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ कंधे से कंधे मिलाये एक साथ देखे गये | राष्ट्रीय मीडिया मे छाये रहने वाले सीताराम येचुरी इन राजनैतिक हत्याओ की निंदा करने से भी बचते रहे | शायद मीडिया के नेता सीताराम येचुरी हत्याओ मे भी राजनैतिक लाभ देखते है और कुछ नहीं | पश्चिम बंगाल मे सीपीआईएम को तीसरे नंबर की पार्टी बनाने के श्रेय विषेस रूप से सीपीआईएम के हवाई नेता सीताराम येचुरी को दिया जाना चहिये इनकी राष्ट्रीय मीडिया मे छाये रहने की ललक इनको जनता से काफी दूर कर रही है | शायद जो राष्ट्रीय मीडिया मे क्या चल रहा है इसका ज्यादा ज्ञान नहीं रखते वे सीताराम येचुरी को पहचान भी न पाए | सीताराम येचुरी मोदी विरोध के चक्कर मे सीपीआईएम का मूल सिद्धान्त ही भुल चुके है वे किसी से भी हाथ मिलाने को तैयार है चाहे उनके हाथ सीपीआईएम समर्थको के खून से क्यों न रंगे हो |