
नरवाना में भाखड़ा कैनाल से मिली डेड बॉडीज।
नरवाना (जींद)। नरवाना में भाखड़ा की सिरसा ब्रांच नहर में 12 लाशें मिली हैं। लाशें इतनी गली सड़ी हैं कि इनकी शिनाख्त नहीं की जा सकती। गोताखोर के अनुसार कुछ लाशों के हाथों में कड़े हैं, जिनसे अंदाज लगाया जा रहा है कि ये लाशें सिख लोगों की हैं। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लाशों को मोर्चरी में भिजवा दिया है, वहीं जैसे ही इस खबर का पता चला लापता लोगों के परिजनों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। कैसे मिलीं इतनी लाशें…
– दरअसल सिरसा ब्रांच नहर की सफाई का काम चल रहा है, जिसके चलते पानी का लेवल कम कर दिया गया और जब पानी कम हुआ तो इसमें लाशें पड़ी दिखीं। पुलिस ने गोताखोरों की मदद से लाशों को बाहर निकाला।
– ये नहर नंगल, ऊना, तलवाड़ा, नालागढ़, बद्दी, आनंदपुर साहिब, कीरतपुर, भरतगढ़, रोपड़, मोरिंडा, फतेहगढ़ साहिब, सरहिंद, पटियाला, समाना, घग्गा, पातड़ां व खनौरी से नरवाना होते हुए हिसार में जाती है। अक्सर हिमाचल और पंजाब से बहे शव इस नहर में मिलते हैं।
– फिलहाल सभी डेड बॉडीज को नरवाना के नागरिक अस्पताल में रखवा दिया गया है और पुलिस नहर में सर्च ऑपरेशन के साथ-साथ मामले की जांच की कड़ी आगे बढ़ाने में लगी है।
– ढाकल लिंक रोड पर एक व्यक्ति का शव सिरसा ब्रांच नहर में मिला था। फिर सिरसा ब्रांच नहर में अलग-अलग स्थानों पर 11 शव मिले, जिससे सिरसा ब्रांच नहर में मिले शवों की संख्या 12 हो गई।
एक लाश का शिनाख्त हुई, बढ़ती जा रही है संख्या
– इस बारे में सदर थाना प्रभारी रमेश कुमार ने बताया कि नहर में शव को ढूंढने का काम लगातार किया जा रहा है। नहर का पानी जैसे जैसे कम होता जा रहा है उसी प्रकार शवों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
– जैसे ही लाशें मिलने की बात फैली तो लापता लोगों के संबंधी पहचान के लिए वहां तुरंत पहुंचने लगे। इनमें से एक की पहचान समाना निवासी सतनाम सिंह के रूप में की गई है।
– फिलहाल गोताखोरों की एक टीम नहर की तलाशी ले रही है। गोताखोर ग्रुप के लीडर आशु मलिक ने बताया कि सभी लाशें एक से 10 महीने पुरानी हैं।